नाज़-नख़रों में पली रूपकँवर

June 30th, 2014

नाज़-नख़रों में पली रूपकँवर
हो गई जलकर सती रूपकँवर

 

प्रश्न हमसे पूछती है लाखों
राख की ढेरी बनी रूपकँवर

 

अंधविश्वासों के गाँव में सदा
इक न इक जलती रही रूपकँवर

 

हम भी हत्यारों में शामिल हैं कहीं
कुछ हमारी भी तो थी रूपकँवर

 

आप जागेंगे कि जब जल मरेगी
आपकी अपनी लली रूपकँवर

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