हर तरफ़ उनका बोलबाला है
June 26th, 2014
हर तरफ़ उनका बोलबाला है
क़ैद जिनके यहाँ उजाला है
बेसबब धूप की शिक़ायत पर
वृक्ष को जड़ से काट डाला है
उनके इतने गुनाह वाजिब हैं
जितने मनकों की उनकी माला है
चंद फ़िरकापरस्त लोगों ने
मुल्क़ का मुल्क़ फूँक डाला है
कह रही है ये सर्द ख़ामोशी
कोई तूफ़ान आने वाला है